Classic Shayari
100+Desh Bhakti Shayari in Hindi – देश भक्ति शायरी
नमस्कार दोस्तों हम आप लोगों के लिए जबरदस्त Desh Bhakti Shayari in Hindi लाये हैं। अगर आप देश भक्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ शायरी ढूंढ रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं, क्योंकि हम देश भक्ति पर नवीनतम शायरी का बड़ा संग्रह प्रदान कर रहे हैं। मुझे आशा है कि आपको ये संग्रह पसंद आया होगा। पढ़ें और अपने मित्र के साथ साझा करें

Desh Bhakti Shayari
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है

Desh Bhakti Shayari in Hindi |Hindustan
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं!
लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह..
ये तिरंगा नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है,
जय हिन्द
खुशनसीव हैं वो जो
वतन पे मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग
अमर हो जाते हैं,
करता हूँ तुम्हे सलाम
ऐ वतन पर मिटने वालो,
तुम्हारी हर सांस में बसना
तिरंगे का नसीव है।
जय हिन्द…!
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।

Desh Bhakti Shayari in Hindi| शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है,
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.

Desh Bhakti Shayari in Hindi|Bharat ke Liye
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता ,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ

Desh Bhakti Shayari in Hindi
कर जस्बे को बुलंद जवान
तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पत्ते को मार गिरायेंगे
जो हमसे देश बटवायेंगे
अपनी धरती अपना हैं ये वतन, मेरा है मेरा है ये वतन,
इस पर जो आॅंख उठाएगा, जिंदा दफना दिया जाएगा
मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन..
देश के लिए प्यार है तो जताया करो
किसी का इन्तजार मत करो
गर्व से बोलो जय हिन्द
अभिमान से कहो भारतीय है हम

Desh Bhakti Shayari in Hindi |watan shayari
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते ,
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते ,
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज़ ,
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते …
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता हैं…
तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं…

Desh Bhakti Shayari in Hindi
रात होते ही आप नींद में खो जाते है,
सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है…
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में, कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।
भारत माँ की जय कहना,
अपना सौभाग्य समझता हूँ
अपना जीना मरना अब सब
तेरे नाम ऐ “तिरंगा” करता हूँ
भारत माता की जय !!

Desh Bhakti Shayari in Hindi |देश भक्ति शायरी सुविचार
दिलों की नफरत को निकालो
वतन के इन दुश्मनों को मारो
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन
भारत माँ के सम्मान को बचा लो
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें
जय हिन्द !!
मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जां कुर्बान है
मैं भारतवर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
जो देश के लिए शहीद हुए
उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा
उन बहादुरों को सलाम है..
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है

Desh Bhakti Shayari in Hindi|सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुलें हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा।
परबत वो सबसे ऊँचा
हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा ……
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये….

खा रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा

Desh Bhakti Shayari in Hindi |प्यारे देश के लिए
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है
सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है
दिल से तुमको नमन हैं करते
ये आजाद वतन जो दिलाया है
आन देश की, शान देश की, इस देश की हम संतान हैं !
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !!
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ !
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ !!
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

Desh Bhakti Shayari in Hindi for Facebook
मेरे देश तुझको नमन है मेरा,
जीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरा
मरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
इस वतन के रखवाले हैं हम
शेर ए जिगर वाले हैं हम
मौत से हम नहीं डरते
मौत को बाँहों में पाले हैं हम
वन्दे मातरम…
जब देश में थी दिवाली, वो झेल रहे थे गोली
जब हम बैठे थे घरों में, वो खेल रहे थे होली
क्या लोग थे वो अभिमानी
है धन्य वो उनकी जवानीजय हिन्द!!

Desh Bhakti Shayari in Hindi for Whatsapp
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान
तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।
तिरंगा है आन मेरी
तिरंगा ही है शान मेरी
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी

Desh Bhakti Shayari in Hindi Sms
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है
जहाँ जाति भाषा से बढ़कर देशप्रेम की धारा है
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग
अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं
आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं
वंदन करो उन सेनानियों को
जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं
उड़ जाती है नींद ये सोचकर
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां
मेरी नींद के लिए थीं

Mere Desh Bhakti Shayari in Hindi
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है….
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….
दिलों की नफरत को निकालो !!
वतन के इन दुश्मनों को मारो !!
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन !!
भारत माँ के सम्मान को बचा लो !!

Desh Bhakti Shayari
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग !!
कुछ तो करो इसके लिए दबंग !!
जियो शान से भरो उमंग !!
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग !!
अधिकार मिलते नहीं लिए जाते हैं !!
आजाद हैं मगर गुलामी किये जाते हैं !!
वंदन करो उन सेनानियों को !!
जो मौत के आँचल में जिए जाते हैं !!
उड़ जाती है नींद ये सोचकर !!
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां !!
मेरी नींद के लिए थीं !!
इश्क तो करता है हर कोई !!
महबूब पे तो मरता है हर कोई !!
कभी वतन को महबूब बना के देखो !!
तुझ पे मरेगा हर कोई !!
कुछ नशा तिरंगे की आन का है !!
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है !!
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा !!
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है !!
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई !!
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है !!
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि !!
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है !!

Latust Desh Bhakti Shayari in Hindi
18 की उम्र में मोहब्बत तो हमने भी की !!
फर्क सिर्फ इतना है कि उन्होंने सनम से की !!
और हमने वतन से की जय हिंद दोस्तों !!
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा !!
ये मुल्क मेरी जान है !!
इसकी रक्षा के लिए !!
मेरा दिल और जां कुर्बान है !!
न सरकार मेरी है, न रौब मेरा है !!
न सरकार मेरी है,न रौब मेरा है !!
मुझे तो बस इस बात का गर्व है !!
की मै हिंदुस्तान का हूँ !!
और हिंदुस्तान मेरा है !!
!! जय हिंद !!
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें !!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है !!
कितने खुशनसीब है वो लोग !!
जिनका खुन वतन के काम आता है !!

Desh Bhakti Shayari |दिल छू जाने वाली देशभक्ति शायरी
कर जस्बे को बुलंद जवान !!
तेरे पीछे खड़ी आवाम !!
हर पत्ते को मार गिरायेंगे !!
जो हमसे देश बटवायेंगे !!
अपनी धरती अपना हैं ये वतन !!
मेरा है मेरा है ये वतन !!
इस पर जो आख उठाएगा !!
जिंदा दफना दिया जाएगा !!
मुझे जान से भी प्यारा है ये वतन !!
देश के लिए प्यार है तो जताया करो !!
किसी का इन्तजार मत करो !!
गर्व से बोलो जय हिन्द !!
अभिमान से कहो भारतीय है हम !!
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते !!
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते !!
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज़ !!
पर मरना तो वो है जो जान जाये वतन के वास्ते !!

Top Desh Bhakti Shayari in Hindi
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें !!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है !!
कितने खुशनसीब हैं वो लोग !!
जिनका खून वतन के काम आता हैं !!
खूब बहती है, अमन की गंगा बहने दो !!
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो !!
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको !!
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो !!
रात होते ही आप नींद में खो जाते है !!
सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है !!
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना !!
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना !!
यही अरमान है बस अब इस दिल में !!
कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना !!

Desh Bhakti Shayari in Hindi 2 Line
देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं,
अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है।
गूंजे कहीं पर शंख,
कही पे अजाँ हैं,
बाइबिल है, ग्रंथ साहब है,
गीता का ज्ञान हैं,
दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नहीं,
दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं।
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है।
तीन रंग का नही वस्त्र,
ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही है हिमालय,
यही हिन्द की जान है,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।

Best Desh Bhakti Shayari in Hindi
वो जिंदगी ही क्या जिसमे
मोहब्बत वतन की सिमटी न हो,
वो मौत ही क्या जो तिरंगे में लिपटी न हो।
कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है,
कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है,
यह देश है उन दीवानों का,
यहाँ हर बन्दा अपने वतन पे मरता है।
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।
वो चिराग हूँ मैं, जो हर तूफान जलता हूँ,
महबूब-ए-वतन के खातिर सीना तान चलता हूँ
और मुझे क्या मारेगा ये मेरे दुश्मन,
मै बसा के सीने में हिंदुस्तान चलता हूँ।
नफरत बुरी है न पालो इसे,
दिलो में खालिश है निकालो इसे,
न तेरा न मेरा न इसका न उसका,
ये सबका वतन है संभालों इसे।

Desh Bhakti Shayari in Hindi|Quotes
नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है,
ये देश नहीं मेरी जान है,
जिसे हिन्दुस्तान कहते है।
देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं,
अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है।
मैं मर जाऊँ तो सिर्फ मेरी इतनी पहचान लिख देना,
मेरे खून से मेरे माथे पर जन्म स्थान लिख देना,
कोई पूछे तुमसे स्वर्ग के बारे में तो,
एक कागज के टुकड़े में हिन्दुस्तान लिख देना।
मै भारतवर्ष का हरदम हरपल सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा,
बस यही अरमान रखता हूँ।

Desh Bhakti Shayari
इतना भी मत मरो सनम बेवफा के लिए,
दो गज जमीन भी नहीं मिलेगी दफ़न के लिए,
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए,
हसीना भी दुपट्टा निकाल देगी कफ़न के लिए।
सुंदर है जग में सबसे,
नाम भी न्यारा है जहां जाती-भाषा से बढ़कर,
देश-प्रेम की धारा है निशचल,
पावन, प्रेम पुराना,
वो भारत देश हमारा है।
करता हूँ भारत माता से गुजारिश, हमेशा यही कि,
तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी कभी न मिले,
हर जन्म मिले हिन्दुस्तान की पावन धरती पर,
या फिर कभी मुझे ज़िन्दगी ही न मिले।

Desh Bhakti Shayari in Hindi |patriotic
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,
तिरंगा बने कफ़न मेरा,
यही अरमान रखता हूँ।
ना सरकार मेरी है, ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै “हिन्दुस्तान” का हूँ
और “हिन्दुस्तान” मेरा है।
जय हिन्द
एक सैनिक ने क्या खूब कहा है,
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
आओ झुक कर सलाम करे उनको,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून,
जो देश के काम आता है।
ये देश से ही तो एक प्यार है,
वर्ना यहाँ सब के बीच तकरार है,
इस देश के लिए हम मरने को भी तैयार है,
एक बार मौका तो दे फिर देख,
ये देश द्रोही को वॉर के लिए ललकार है।
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जान कुर्बान है
जय हिन्द

लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा
जय हिन्द
हम उन शहीदों को दिल से नमन करते हैं और सौगंध लेते हैं कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा, हम भी अपने प्राणों की चिंता किये बगैर इस मातृभूमि की रक्षा करेंगे ,आशा करते हैं। आपको हमारी यह पोस्ट Desh Bhakti Shayari in Hindi बेहद पसंद आयी होगी। धन्यवाद
