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Brahman Pandit Shayari in Hindi
इस पोस्ट में हमने दिए है Brahman Pandit Shayari in Hindiदोस्तों ब्राह्मण समाज का देश के विकास में अहम् किरदार है और इसी को देखते हुए हमने ब्राह्मणों के लिए खास Status की पोस्ट डाली है जिसमे कई सारे नए स्टेटस दिए गये है. दोस्तों अगर आपको ये स्टेटस पसंद आये तो इसे Facebook, Whatsapp और दूसरी सभी सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे.

Brahman Pandit Shayari in Hindi|Attitude
पहले Brahman होने पर गर्व था,
अब ब्राह्मण होने पे घमंड है !! जय दादा परशुपति
Personality थोड़ी Leak है,
English भी थोड़ी Weak है,
भगवान भी चाहे..
ये Brahman देसी ही ठीक है !!
पंडित का प्यार और पंडित जैसा यार..
हर किसी को नहीं मिलता.. जय परशुराम भगवान !!
देख पगली, ब्राह्मण जैसी शकल और
अकल हर किसी की किस्मत में नहीं होती !!
देख बावली.. Block कर दे पंडित को,
वरना प्यार हो जाएगा तुझसे !!
कहानी तो छोटे लोगो की लिखी जाती है..
ब्राह्मणों का तो इतिहास लिखा जाता है !!
रानी नहीं है तो क्या हुआ..
यह पंडित आज भी लाखो दिलो पर राज करता है !!

Brahman Pandit Shayari in Hindi|Status
माफ़ किया तुझे जा जी ले अपनी ज़िन्दगी..
हम पंडित बेवफाओ के मुह नहीं लगते !!
पंडित का बेटा हूँ रखता हूँ जान हथेली पर,
अगर मिलना हो तो आ जाना हवेली पर !!
मेला लग जाएगा उस दिन शमशान में..
जिस दिन ये Pandit मरके जाएगा आसमान में !!
अगर विश्वास नहीं होता तो रावण का इतिहास पढ़ ले पगली..
हम ब्राह्मण है राज़ करना तो हमारे खून में है,
चाहे वो किले हो या दिलो पर !!

Desi Pandit |Brahman Pandit Shayari in Hindi
Pandit के जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उम्मीद पर नहीं अपनी Zidd पर जीते है !!
दोस्ती हो या दुश्मनी ब्राह्मण मरते दम तक निभाता है !!
ब्राह्मण भूखा तो सुदामा, ज्ञानी तो चाणक्य,
अभिमानी तो रावण और रूठा तो परशुराम !!
Brahman हूँ भूल मत..
Raavan भी Pandit था !!
पत्थर पिस के कभी मैदा नहीं हुआ,
पंडितो को हराने वाला कभी पैदा नहीं हुआ !!
पंडित हूँ घमंड तो होगा ही !!
देख भाई.. Pandit हु जिस दिल अपनी पर आ गया न,
तो तेरा Sasural Genda Fhul कर दूंगा !!
हम दुश्मन को भी बड़ी शानदार सज़ा देते है,
हाथ नहीं उठाते बस नजरो से गिरा देते है !!

Brahman Pandit Shayari in Hindi 2024
हम ब्राह्मणों के बारे में गलत बोलने वाले लोग अभी हमसे अनजान है,
और हर कुत्ता अनजान को देखकर ही भोंकता है !!
पंडित के ठिकाने तू क्या तेरा बाप भी ना जाने !!
ना तो ब्राह्मण में लडाई देखना चाहता हूँ,
ना तो ब्राह्मण में जुदाई देखना चाहता हूँ,
ब्राह्मण का खून हूँ बस ब्राह्मणों में एकता देखना चाहता हूँ !!
कोशिश तो सब करते है, लेकिन सबके हासिल ताज नही होता,
शोहरत तो कोई भी कम ले.. पर ब्राह्मण वाला अंदाज़ नहीं होता !!
जय ब्रह्म शक्ति.. जय परशुराम जी !!

Akad Brahman Pandit Shayari in Hindi
ब्राह्मण हूँ.. समझे तो चाणक्य बिगड़ा तो परशुराम !!
Attitude मत दिखा बेटा जल जाएगा..
अगर पंडित से टकराएगा तो घर तक पिटता जाएगा !!
जय ब्राह्मण जय पंडित जय परशुराम !!
मैं झुक नहीं सकता…!
मैं शौर्य का अखंड भाग हूं।
जला दे जो दुश्मनों की रूह तक…!
मैं ब्राह्मणत्व की वही आग हूं।
जय परशुराम
जब परशुराम का फरशा और
बाजीराव की तलवार उठी है
बिना पराजय वाली ब्राह्मणों का
स्वर्णिम इतिहास लिखी गई हैं

Latest Brahman Pandit Shayari in Hindi
पंडित की संतान हैं हम, इतना रुतबा रखते हैं।
इतिहास क्या चीज है, हम तो भूगोल बदलने का दम रखते हैं!
जय परशुराम
थर-थर काँपे धरती, डोले बड़ा-बड़ा दरबार
आसमान में गूंजे जब ब्राह्मण का जयकार।
इब हाथ जोड के कहते हो बात का बखेडा ना करो,
हमने पहले ही कहा था हम पंडित हैं हमे छेडा ना करो..!!
पहले ब्राह्मण होने पे गर्व था
अब ब्राह्मण होने पे घमण्ड है।
जय दादा परशुपति
झुकता नहीं कभी, तू क्या झुकाएगा
ब्राह्मणत्व एक आग हैं भड़कता ही जाएगा।
अंगारे नहीं फौलाद हैं हम,
परशुराम की औलाद हैं हम,
ब्राह्मण वंश के हम चीते हैं,
जो खुद के जिगर पर जीते हैं।
पंडित को परखने की हिम्मत मत करना,
इतिहास गवाह है पंडित पहले भी
कई तूफानों का मुंह मोड़ चुके हैं
पढ़ते क्या हो आंखों में ब्राह्मण की कहानी,
Attitude में रहना तो आदत हैं इनकी खानदानी..!!
ब्राह्मण जो करते हैं उच्च कोटि का करते हैं,
फिर वो चाहे विकास हो या किसी का विनाश हो।
कोशिश तो सब करते है,
लेकिन सबसे हासिल ताज नही होता…!
शोहरत तो कोई भी कमा ले,
पर पंडित वाला अंदाज नहीं होता…!
हमारा कोई क्या बुरा करेगा जनाब,
घर से हम माँ की दुआ
और बापू की पिस्तौल साथ लेकर निकलते हैं।
जय श्री राम जय परसुराम
चलता हूँ अपनी धुन में महादेव के गीत गाऊंगा
ब्राह्मण बनकर आया हूँ दुबारा ब्राह्मण बनने ही आऊंगा।
किसी ने कहा लोहा हैं हम,
किसी ने कहा फौलाद हैं हम,
माँ कसम वहा भाग दौड मच गई,
जब हमने कहा ब्राह्मण पंडित है हम…!

Brahman Pandit Shayari in Hindi
बड़े-बड़े स्वर्णिम अक्षरों में लिखा ब्राह्मणों का इतिहास हैं
क्यों लेता तू पन्गा पंडितों से हमेशा उन्हीं का राज हैं.
देख मेरा टोरा में ब्रामण का छोरा कोई ठंग मिली मारे ते,
इतना बढ़ा ना हो रहा खिलोना पिस्टल दो नाली पड़ी मेरे घर ते..!!
कोई कितनी भी कोशिश करले हम जैसा बनने की,
शेर पैदा होते हैं बनाए नहीं जाते,
जय ब्राह्मण सम्राज्य, जय परशुराम जी।
हिंसा-अहिंसा का लेखा-जोखा राखी अपनी झोली
धर्मरक्षा के लिए पंडित ने खेला हैं खून की होली।
जब परशुराम का फरशा और बाजीराव की तलवार उठी है,
बिना पराजय वाली ब्राह्मणों का स्वर्णिम इतिहास लिखी गई हैं..!!
पाप-पुण्य की गठरी लाद क्यों हैं अपना बोझ बढ़ाया
सुख-दुःख, लाभ-हानि में पंडित ने ही समानता पाया।

दिखे ना जो नयनो से ज्ञानचक्षु से उसने उसे देखा हैं
मानव कल्याण के लिए वह ब्राह्मण रात भर नहीं सोता हैं.
Attitude मत दिखा बेटा, जल जाएगा,
अगर पंडित से टकराएगा तो घर तक पिटता ही जाएगा।
पंडित का बेटा हूँ
रखता हु जान हथेली पर
अगर मिलना हो तो आ जाना हवेली पर…!!
ब्राह्मण आते हैं तो वसंत ऋतू आता हैं
वसंत ऋतू आने से प्रकृति सुधर जाती हैं
ब्राह्मण के आने से संस्कृति सुधर जाती हैं.
यारी करे तो यारो के यार हे BRAHMAN
और दुशमन के लिए तुफान हे BRAHMAN
तभी तो दुनिया कहती है
बाप रे खतरनाक हे
पंजे को कमल का फूल बना देते काँटो को भी धूल बना देते
एकता नहीं हैं ब्राह्मणो में नहीं तो
अयोध्या क्या मक्का-मदीना में राम मंदिर बनवा देते.

Brahman Pandit Shayari in Hindi |हम पत्थर नहीं फौलाद हैं
हम पत्थर नहीं फौलाद हैं
हम ब्राह्मण की औलाद हैं
जय दादा परशुराम
यमराज से जो डरे उसे यमदूत कहते हैं,
यमराज जिससे डरे, उसे पंडित कहते हैं,
अगर विश्वास नहीं होता तो रावण का इतिहास पढ़ ले।
ब्राह्मणों की ताकत तूफान बन गई…!
बाजीराव की वीरता हिंदुस्तान की शान बन गई!
जब जब उठाया फरसा ब्राह्मणों ने…!
दुश्मनों की धरती शमशान बन गई!!
जय परशुराम
गर जो नहीं सुधरे, सुधारेंगे हम
क्या करें धर्महित में
भगवान् परशुराम की
तरह फरसा उठा लेंगे हम
गर जो उठ गया फरसा त्राहि-त्राहि मच जायेगा।
फिर क्या मक्का-मदीना तेरा बाप भी बचा नहीं पायेगा।
वो ब्राहमण ही किस काम का,
जो नाम ना ले परशुराम का।
शब्द की बिसात क्या, शब्द की औकात क्या
निःशब्द हैं वह, पंडित की दूसरी पहचान क्या?

Brahman Pandit Shayari in Hindi |पंडित
ना नजर बुरी हैं ना मुँह काला हैं,
अपना कोई क्या बिगाडेगा,
अपने सिर पे तो फरसे वाला हैं।
पंडित से जलते सभी हैं
लेकिन यह सच हैं की
पंडित जैसा बनने को
ललचाते भी सभी हैं.
शास्त्र और शस्त्र जिनसे जन्म लिए
उसकी बात पुरानी हैं,
पृथ्वी को भी स्वर्ग बनाया था
जिसने यह उस ब्राह्मण की कहानी हैं..!!
पंडित बुरा या दुनिया बुरी,
फ़ैसला हो न सका,
कमबख्त पंडित तो सब का हो गया,
लेकिन पंडित का कोई ना हो सका।
ब्राह्मण ही प्रथम हैं ब्राह्मण ही अनंत हैं
पंडित ही आरम्भ हैं ब्राह्मण ही अंत हैं.
ब्राह्मण प्रचंड हैं, करता जब कोई अधर्म हैं.
चलता हूँ अपनी धुन में महादेव के गीत गाऊंगा,
ब्राह्मण बनकर आया हूँ दुबारा ब्राह्मण बनने ही आऊंगा..!!
शेर कि सवारी और पंडित कि यारी,
किस्मत वालो को नसीब होती हैं।
पढ़-पढ़ अंग्रेजी पंडित बना ना कोय
दो लाइन संस्कृत न पढ़ सके तो काहे को पंडित होय?

Brahman Pandit Shayari in Hindi |ब्राह्मण
ब्राह्मण एकम सेना
ब्राह्मण दूना कोटि सेना
जब-जब ब्राह्मण का खून खौले
काँपे धरती का कोना-कोना।
मैं भारत पुत्र लिखूं तुम ब्राह्मण समझ लेना
जब भी मैं त्याग की कहानी कहूँ
तुम ब्राह्मण की कहानी समझ लेना
जब भी मानवता की बात करूँ
तुम ब्राह्मणत्व समझ लेना
जब भी युद्ध की बात करूँ
तुम परशुराम समझ लेना।
दुआ लफ़्ज़ों से नहीं दिल से होनी चाहिए क्योंकि
ब्रामण उनकी भी सुनते हैं जो बोल नहीं पाते ।।
Attitude मत दिखा तू ये बन्दा
बंद कर दे तू अपना धंधा
पंडित से जो टकराएगा
तहस-नहस हो जायेगा।

जलते हैं तो जलने दो
बुझाना हमारा काम नहीं,
जलाकर जो राख ना कर दू
तो ब्राह्मण मेरा नाम नहीं।
हम ब्राह्मण शांत हैं तो श्री राम हैं,
भड़के तो फरसाधारी परशुराम हैं..!!
तप कर बने फौलाद हैं हम भगवान् परशुराम की औलाद हैं हम,
ब्राह्मण समाज के हम चीते हैं अपने बल-बुत्ते पर जीते है..!!
यारी करे तो यारो का यार हैं ब्राह्मण
दुश्मनी करे तो तूफ़ान हैं ब्राह्मण
इसीलिए अधर्मी कहते हैं -‘बाप रे बाप!’
बड़ा खतरनाक हैं ब्राह्मण।
कर्म की भूमि पर कर्मफल खिलते हैं,
किस्मत बुलंद हो तभी ब्राह्मण के घर जन्म मिलते हैं..!!
पत्थर नहीं फौलाद हैं हम
शेरदिल ब्राह्मण की औलाद हैं हम

Brahman Pandit Shayari in Hindi |क्रोध
गहरी काली रात में छोटा सा दीपक भी प्रकाश करता हैं,
करोडो के भीड़ में ब्राह्मण ही पहचाना जाता हैं..!!
प्रेम इतना की चींटी को भी हाथ जोड़ लेते हैं
हम हैं पंडित अंगारो से भी खेल लेते हैं,
क्रोध इतना की हजारो हड्डियाँ भी तोड़ देते हैं.
लोहा टाटा का, जूता बाटा का,
छोरा ब्रामण का, दुनिया में मशहूर हैं।
शतरंज कि चालो का खौफ तो उन्हें होता हैं,
जो सियासत करते हैं,
हम तो भगवान परशुराम के वंशज है
ना हार का फिक्र और ना जीत का जिक्र।
हैं जैसे वैसे रहने दो हमें
बिगड़ गए जो ब्राह्मण तो
अंदाज पुराना होगा और
हर तरफ राज हमारा होगा।
ब्राह्मण जैसे हैं उन्हें वैसे ही रहने दो
अगर हम बिगड़ गए ना तो वही,
अंदाज होगा और अपना हर जगह राज होगा ।
ना नेवला हैं ना सांप हैं
क्या कांग्रेस और क्या आप हैं
न पुण्य का लालच हैं ना करते हम पाप हैं,
पर एक बात कान खोल कर सुन लो
पंडित का छोरा ही सबका बाप हैं.
एक झोली साथ में बस वस्त्र की
एक जोड़ी फिर भी स्थापित करे,
जो विश्व की सबसे बड़ी साम्राज्य ब्राह्मण ही हैं
वो चाणक्य उसका नाम..!!
मत कर इतना गुरुर दो दिन की जिंदगानी पर
सिख कुछ तू पंडित से
भयभीत नहीं होता जो मृत्यु के भी आने पर.
जलते हैं तो जलने दो बुझाना हमारा काम नहीं,
जलाकर जो राख ना कर दू तो ब्राह्मण मेरा नाम नहीं..!!

Brahman Pandit Shayari in Hindi |उच्च कोटि
ब्राह्मण जो भी करता हैं
उच्च कोटि का करता हैं
चाहे वो विनास हो या विकास हो
जय जय महाकाल।
शेर जैसा जिगरा हैं,
बराबरी में बैठ जाये हर किसी की अवकात नहीं,
सारे जग में ढूंढ लिया ब्राह्मण जैसी
दूसरी कोई जात नहीं..!!
ब्राह्मण से टकराएगा धुर्रा धुर्रा में उड़ जाएगा,
ना ही मिलेगी कही शरण सर छुपाने को तरस जायेगा..!!
जब फितरत में नशा ब्राह्मण का हैं,
तो रुतबे में गुरुर तो लाज़मी हैं..!!
बिना तङके की दाल और बिना,
Attitude का माल ब्राह्मण न पसंद कौनी।
देख भैया !
जब #Bullet का पड़े साया
तो समझलेना तेरा बाप
ब्राह्मण आया !
ये आवाज नही ब्राह्मण कि दहाड़ हैं,
अकेले भी खडे सामने हो जाये तो पहाड़ हैं।
शतरंज की चालो से क्या उलझाएगा तू पंडित को
शतरंज भी हमने पैदा किया टक्कर ना देना पंडित को
रोता तू क्यों हैं उठ कर सभी समस्या को खंडित
मत कम समझ खुदको क्युकी छोरा हैं तूँ पंडित
ब्राह्मण पुत्र हैं हम, करेजा दमदार रखते हैं,
इतिहास की क्या बिसात हम तो
पूरा ब्रह्माण्ड बदलने की ताकत रखते हैं..!!

Brahman Pandit Shayari in Hindi | ब्राह्मण के ठाठ देख कर तो
“ब्रामण” के ठाठ देख कर तो
आजकल शहर की छोरियां भी कहने लगी हैं
ना दवा चाहिए ना दर्द चाहिए,
हमें तो बस ब्राह्मणो का लड़का चाहिए।।
ब्राह्मण पंजे को कमल बना देते, ब्राह्मण काटों को फुल बना देते,
लेकिन ऐकता नही हैं ब्राह्मण में, नहीं तो अयोध्या में क्या,
पाकिस्तान में भी हर दिन एक राम मंदिर बना देते।
ब्राह्मण बदलते तो बदलते सारे नतीजे हैं
सारा मंजर, सारा अंजाम बदल जाता हैं,
कौन कहता हैं परशुराम अब नहीं हैं,
यहाँ सभी ब्राह्मणो के हृदय में
भगवान् परशुराम पाए जाते हैं.
सहारे ढूंढने की जरुरत नहीं,
पंडित अकेले एक सेना के बराबर हैं..!!
चलता रहा हुँ अग्निपथ पर ” चलता चला जाऊंगा”
ब्राह्मण बन कर जन्म लिया मैंने “ब्राह्मण बन कर हि मर जाऊंगा”
मेला लग जाएगा उस दिन शमशान में,
जिस दिन ये पंडित मरके जाएगा आसमान में..।

Brahman Pandit Shayari in Hindi
जब जब ब्राह्मण बोला हैं
राजसिंहासन डोला हैं
जब-जब ब्राह्मण बोलेगा
राज सिंघासन डोलेगा।
जब तक रगो में आखिरी कतरा हैं,
शरीर पर रूह का कब्जा रहेगा,
हम पंडित Ji हैं,
और यही Pandito वाला जज़्बा रहेगा।।
पंडित बुरी या दुनिया बुरी इसका फैसला हो ना सका,
और पंडित तो हो गया सबका लेकिन पंडित का कोई हो ना सका..!!
ब्राह्मण वो हैं जो शस्त्र और शास्त्र के,
सहयोग से समाज से अज्ञानता को दूर करे।
यदि समाज में सबसे ज्यादा योगदान किसी का रहा हैं
तो वह ब्राह्मण समाज का रहा हैं,
अंग्रेजो से लड़ना हो या लड़ना हो मुग़ल जैसे पिचाश से
ब्राह्मण समाज सबसे आगे लड़ा हैं.

Brahman Pandit Shayari in Hindi |ब्राह्मण इस देश की शान हैं
ब्राह्मण इस देश की शान हैं,
ब्राह्मण देश का अभिमान हैं।
राजनीति, कूटनीति के जन्मदाता हम
हम पंडित हैं तभी राजसिंघासन सुरक्षित हैं,
वरना आज तो हर जगह आरक्षित हैं.
पंडित का तीन काम- शिक्षा, दीक्षा और भिक्षा,
फेल कर दे ब्राह्मण को नहीं हैं कोई ऐसी परीक्षा..!!
मत डरा पंडित को तू काल से डरता हैं,
तो पंडित सिर्फ महाकाल से..!!
पूरा विश्व देवताओं के अधीन हैं,
देवता मन्त्र के अधीन हैं,
और मन्त्र ब्राह्मणो के अधीन हैं.
जय जय परशुराम !
इतना आशीर्वाद तेरे पूर्वजो ने तुझे नहीं दिए होंगे
उससे ज्यादा आशीर्वाद तो ब्राह्मण तुझे देता हैं.
पंडित जिस दिन बिगड़ गये इतिहास पुराना खोलेंगे,
धाक हमारी देखकर गुँगे भी ज़य ज़य ब्राह्मण बोलेगे..!!
कर्म की भूमी पर, किस्मत के फूल खिलते हैं,
नसीब अगर बुलंदी पर हो तो ही
ब्राह्मण के घर जन्म मिलते हैं..!!

Brahman Pandit Shayari in Hindi |ब्राह्मण हैं तो देश हैं
ब्राह्मण हैं तो देश हैं,
ब्राह्मण की धड़कन जब तक चलेगी
हे भारत माँ तुझ पे कोई आँख नहीं उठेगी
अगर की जुर्रत किसी ने भी तो
कयामत से पहले क़यामत होगी।
है वो प्रचंड तपस्वी, माता हैं उसकी काल भैरवी
बिगड़े काम सब बन जाएंगे यदि हो ब्राह्मण की पैरवी।
काल के गाल से बचा,
मृत्यु को विजय करने वाला
महा मृत्युंजय मन्त्र जिसने रचा.
जिव कल्याण हेतु जीवित
हड्डियाँ जिसने दान की
ब्राह्मण हैं वो उसी ने
सबकी नइया पार की.
भुत भयंकर होत हैं.
प्राण पखेरू उड़ जात हैं
मृत्यु के बाद भी जो जीवित रहे
पंडित वही जात हैं.
ब्रामण से जो टकरायेगा,
वो परशुराम का भी दुश्मन कहलायेगा..!!
कर ले जितने भी जतन भवसागर न तू पार कर पायेगा
छोड़ दे ब्राह्मण को दुत्कारना नहीं तो
नाली का कीड़ा बन जायेगा।

Brahman Pandit Shayari in Hindi |ब्राह्मण का छोरा
एक तो में गोरा,
ऊपर से ब्राह्मण का छोरा घमंड तो होगा..!!
क्या लेके आया हैं क्या लेके जायेगा
ब्राह्मण का खून लेकर आया हूँ
एक-एक बून्द मानवता हेतु लूटाकर जाऊंगा।
ब्राह्मण का बेटा हूँ,
दिल में जिगर रखता हूँ,
इरादों में तेज धार रखता हूँ,
इसलिए ब्रामण होने पर गर्व करता हूँ..!!
ब्राह्मण जैसा भाग्य शाली कौन हैं महाराज
सेवक बने जो प्रभु का यही तो हैं जीवन का असली राज.
मैं छोरा ब्रामण का,
Jaipur से आया हूँ,
तीन बार लगे मर्डर केस,
ना पुलिस के हाथ आया हूँ..!!

Brahman Pandit Shayari in Hindi |क्रोधित जब ब्राह्मण
ब्राह्मण जब दिल से सोचे तो
तुम अपना भाग्य बना लेना
हो क्रोधित जब ब्राह्मण
तुझपर अपना जान बचा लेना।
पंडित हूँ लाडले, एहसान,
और अपमान कभी नहीं भूलता..!!
पंडित की यारी
जाने दुनिया सारी
करें जो शेर की सवारी
महाकाल का हैं वो कट्टर पुजारी।
वेद-उपनिषद मुख में हैं
फरसा त्रिशूल जिनकी रानी
पंडित से मत करना कभी मनमानी।

Brahman Pandit Shayari in Hindi For Facebook
ब्राह्मण इतने भी कमजोर नहीं की
किसी की सहारे का इंतजार करें
शव भी पड़ा हो ब्राह्मण का तो भी
खुद उठने का हौसला रखता हैं.
फोर्ड, बुलट और राइफल, शान है ब्राह्मण की,
लोहे बरगी यारी असली जान है ब्राह्मण की..!!
पंडितो का शान-शौकत और वफ़ा को
देखकर छोरियाँ भी कहती हैं
ना दर्द चाहिए ना दर्द की दवा चाहिए
हमें तो पंडित जैसा यार चाहिए।
सहारे ढूढ़ने की आदत नही हमारी,
हम अकेले पूरी महफ़िल के बराबर हैं..!!
जय श्री परशुराम जी
ब्राह्मण जब चाहे किसी का शनि ख़राब कर दे,
ब्राह्मण जब चाहे राहु चढ़ा दे
जब चाहे शनि सही कर दे..!!
ब्राह्मण वह हैं,
जो ब्रह्मा को ही मोक्ष का आधार मानता हो..!!
जब-जब लोगों ने ब्राह्मणों का किया उपहास हैं,
तब-तब ब्राह्मणों ने रच दिया इतिहास हैं.

Brahman Pandit Shayari in Hindi |ब्राह्मणों को कभी कम मत आकना
ब्राह्मणों को कभी कम मत आकना,
जब-जब इनको क्रोध आया है तो
अच्छों-अच्छों को पड़ा है भागना.
कोशिश तो सब करते है,
पर सबको हासिल तख्तो-ताज नही होता,
शोहरत तो कोई भी कमा ले,
पर पंडितों वाला अंदाज नहीं होता।
ब्राह्मण बदलते हैँ तो नतीजे बदल जाते हैँ,
सारे मंजर, सारे अंजाम बदल जाते हैँ,
कौन कहता है परशुराम फिर नहीं पैदा होते..?
पैदा तो होते है बस नाम बदल जाते हैँ.
शेरनी की नस्लें सियार पैदा नहीं करती
ब्राह्मण की मां गद्दार पैदा नहीं करती
सुनो दुनिया वालो
भेड़ियों की ताकत से चीते मरा नहीं करते और
परशुराम के दीवाने किसी से डरा नहीं करते

Brahman Pandit Shayari in Hindi Status
आज वो लड़की भी मेरा status कॉपी करती है.
जो 10th में मुझे बोलती थी देख 10 में se 10 Number.
But pandit log maaf nahi karte
जुल्म की पहचान मिटा के रख दें ब्राह्मण,
चाहे तो कोहराम मचा के रख दें ब्राह्मण,
अभी हम सूखे पत्तो की तरह बिखरे है हम ब्राह्मण,
कोई कितनी भी कोशिश करले हम जैसा बनने की…
शेर पैदा होते हैं बनाए नहीं जाते..
जय ब्राह्मण सम्राज्य
जय लंकेश
जय परशुराम जी…!!
हमारा कोई क्या बुरा करेगा जनाब,
घर से हम माँ की दुआ और
बापू की पिस्तौल साथ लेकर निकलते हैं।
जय श्री राम जय परसुराम…!!

Brahman Pandit Shayari in Hindi |परशुराम
परशुराम का फरसा एक बार चमकाना होगा
जहाँ राम ने जन्म लिया मंदिर वही बनाना होगा
जय श्री राम
जय श्री परशुराम
आज की पोस्ट में Brahman Pandit Shayari in Hindi आपने ब्राह्मणों से सम्बंधित विचार और स्टेटस पढ़े। हम आशा करते हैं। आपको यह स्टेटस बहुत पंसद आये होंगे । इस पोस्ट को पढ़कर आपके मन में क्या विचार उत्त्पन हो रहें है उन्हें कमेंट बॉक्स जरूर साझा करें। हमारी साइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
